यूएस मामले के बाद भी अदाणी समूह की वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत : बर्नस्टीन
अमेरिकी फाइनेंसियल रिसर्च फर्म बर्नस्टीन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मौजूदा समय में अदाणी समूह की कंपनियों की वित्तीय स्थिति 2023 में हुए हिंडनबर्ग हमले के मुकाबले काफी मजबूत है।
रिपोर्ट में कहा गया कि यूएस मामले के बाद भी अदाणी समूह की जड़े चार प्रमुख बिंदुओं जैसे शेयर-गिरवी, लीवरेज, लोन भुगतान और मूल्यांकन में मजबूत बनी हुई हैं।
हिंडनबर्ग संकट के दौरान प्रमुख चिंताओं में से एक शेयर-गिरवी थी, लेकिन समूह ने पिछले 1.5 वर्षों में इसे कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
रिपोर्ट में कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां समूह ने पर्याप्त एक्शन लिया है। अगर हम समूह के गिरवी शेयरों को देखें तो सभी कंपनियों में काफी गिरावट आई है।
उदाहरण के लिए अदाणी पावर के पहले 25 प्रतिशत शेयर गिरवी थे, जो अब कम होकर एक प्रतिशत रह गए हैं। वहीं, अदाणी पोर्ट के पहले 17 प्रतिशत शेयर गिरवी थे, जो अब शून्य हो गया है।
अदाणी समूह की सभी कंपनियों (अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस को छोड़कर) प्रवर्तकों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी न बढ़ने की वजह कंपनी द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि शॉर्ट-सेलर घटना के बाद समूह का कुल कर्ज कम हो गया है, जो मार्च 2023 में 2.41 लाख करोड़ रुपये से घटकर सितंबर 2023 में 2.39 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
बर्नस्टीन ने कहा, हालांकि तब से कर्ज थोड़ा बढ़ गया है, लेकिन मुनाफे में अधिक वृद्धि हुई है, जिससे समूह का लीवरेज हिंडनबर्ग घटना से पहले 3.8 गुना से घटकर अब 2.5 गुना से भी कम हो गया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि कंपनी का लोन पुनर्भुगतान कार्यक्रम अब अधिक संतुलित है। अदाणी ग्रीन में केवल 8,900 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाएं परिपक्व हो रही हैं। सितंबर के अंत तक, कंपनी के पास पहले से ही 5,900 करोड़ रुपये की नकदी थी, मजबूत नकदी प्रवाह के कारण यह आंकड़ा काफी बढ़ने की संभावना है, जिससे रिफाइनेंसिंग अधिक प्रबंधनीय होगी।
वैल्यूएशन और शेयरों के प्रदर्शन के बारे में बर्नस्टीन ने कहा कि वह अदाणी पोर्ट्स पर अधिक ओवरवैटेज है, क्योंकि शेयर जेएसडब्ल्यू इन्फ्रा और कॉनकोर जैसी सेक्टर की अन्य कंपनियों के मुकाबले नीचे कारोबार कर रहा है।