वेल्थ क्रिएशन में अदाणी ग्रीन और अदाणी एंटरप्राइजेज शीर्ष पर : एमओएफएसएल
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) की एक स्टडी में मंगलवार को बताया गया कि अदाणी ग्रीन पांच साल की अवधि (2019-मार्च 2024) के दौरान सबसे तेजी से वेल्थ क्रिएट करने वाली कंपनी रही है। इस दौरान अदाणी समूह की रिन्यूएबल एनर्जी इकाई ने 118 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से रिटर्न दिया है।
'29वीं मोतीलाल ओसवाल एनुअल वेल्थ क्रिएशन स्टडी' के अनुसार, अगर 10 सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में 2019 में 10 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो 2024 में उस निवेश की वैल्यू 1.75 करोड़ रुपये हो गई है। इस दौरान निवेशकों को करीब 77 प्रतिशत की सीएजीआर से रिटर्न मिला है, जबकि इस अवधि में निफ्टी 50 ने 14 प्रतिशत की सीएजीआर का रिटर्न दिया है।
अदाणी एंटरप्राइजेज लगातार तीसरी बार 'बेस्ट ऑल-राउंड वेल्थ क्रिएटर' रहा है।
एमओएफएसएल स्टडी में कहा, "हम तीन श्रेणियों सबसे बड़ा, सबसे तेज और लगातार प्रदर्शन करने वाले शेयर के तहत रैंक के योग के आधार पर ऑल-राउंड वेल्थ क्रिएटर को परिभाषित करते हैं। जहां किसी दो शेयर का स्कोर बराबर होता है। वहां सीएजीआर उस शेयर की रैंक तय करता है। अदाणी एंटरप्राइजेज बेस्ट ऑल-राउंड वेल्थ क्रिएटर के रूप में उभरा है।
भारत में 2019-2024 के बीच शीर्ष 100 वेल्थ क्रिएटर्स ने 138 लाख करोड़ से ज्यादा की वेल्थ पैदा की है।
रिपोर्ट में बताया गया कि फाइनेंशियल सेक्टर वेल्थ क्रिएट करने में सबसे आगे रहा है। इसके बाद टेक्नोलॉजी और यूटिलिटी का नंबर है।
2019-2024 के बीच सरकारी कंपनियों का भी वेल्थ क्रिएट करने में अहम योगदान रहा है। पिछली तीन स्टडी में 20 पीएसयू का वेल्थ क्रिएशन में योगदान 17 प्रतिशत का रहा है।
स्टडी में बताया गया कि पीएसयू में वेल्थ क्रिएशन को बढ़ावा देने वाला प्रमुख कारण कंपनियों के मुनाफे में इजाफा होना है। नौ वित्तीय कंपनियों का लाभ 5 वर्षों में 19 गुणा बढ़ा है और कोल इंडिया का लाभ 5 वर्षों में 4 गुना बढ़ा है।