`बिहार बिजनेस कनेक्ट`के पहले दिन 40 से अधिक कंपनियों ने 4,000 करोड़ रुपए निवेश की रुचि दिखाई
बिहार की राजधानी पटना में दो दिवसीय 'बिहार बिजनेस कनेक्ट : ग्लोबल इन्वेस्टर समिट' की गुरुवार को शुरुआत हुई। इस बिजनेस कनेक्ट में देश के कई उद्योगपति पहुंचे हैं। इसके साथ ही स्टार्टअप करने वाले बिजनेसमैन भी शामिल हुए हैं। बिजनेस कनेक्ट के पहले दिन 40 से अधिक कंपनियों ने आईटी क्षेत्र में 4,000 करोड़ रुपए के निवेश की रुचि दिखाई है।
'बिहार आईटी नीति- 2024' लागू होने के बाद से राज्य में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर की अधिक से अधिक कंपनियां निवेश को लेकर उत्साहित हैं। पटना में आयोजित दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन के पहले दिन जय श्री टेक्नोलॉजीज (हेलोवेयर), सुपरसेवा, एक्सेल डॉट, एबीपीएल सहित कई कंपनियों ने आईटी विभाग के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और आईटी विभाग के मंत्री संतोष सुमन ने कहा, "बिहार एक डिजिटल क्रांति का गवाह बन रहा है। राज्य की आईटी बुनियादी ढांचा, शैक्षिक पहल और नीति ढांचा टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए उपयुक्त पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे हैं। बिहार राज्य डेटा केंद्र और डिजिटल बिहार की पहल के साथ सरकार कनेक्टिविटी, डेटा सुरक्षा और ई-गवर्नेंस समाधान की उपलब्धता में सुधार कर रही है, जो सार्वजनिक सेवाओं के वितरण को पूरी तरह से बदल रही है।"
उन्होंने कहा, "बिहार में मेट्रो शहरों के मुकाबले न्यूनतम संचालन लागत है। इससे ऑफिस किराए, टैलेंट हायरिंग और रोजमर्रा के खर्चों में बड़ी बचत होती है।"
आईटी विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बिहार आईटी नीति- 2024 पर प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कोई कंपनी 100 करोड़ निवेश करती है तो उसे 70 करोड़ रुपए इंसेंटिव के तौर पर लाभ मिलता है। यह किसी भी राज्य में मिलने वाला सबसे बड़ा इंसेंटिव है।
बिजनेस कनेक्ट के पहले दिन 'फोस्टरिंग सिनर्जीज : बिल्डिंग ए वाइब्रेंट आईटी, आईटीईएस एंड ईएसडीएम इकोसिस्टम इन बिहार' विषय पर परिचर्चा का आयोजन भी किया गया, जिसमें आईटी विभाग के विशेष सचिव अरविंद कुमार चौधरी, एचपी के सीईओ सोम सत्संगी, निदेशक शमयंक सी, एवीपीएल की संस्थापक प्रीत संधू, हेलोवेयर के संस्थापक राघवेंद्र गणेश, प्राइमर्स पार्टनर्स के प्रबंध निदेशक समीर जैन, सीटीआरएलएस के ग्लोबल मार्केट हेड सिद्धार्थ रेड्डी ने हिस्सा लिया। समिट में विभिन्न कंपनियों के 200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।