2025-03-27 03:44:06 pm | Source: आईएएनएस
ऑफिस लीजिंग 2025 की पहली तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़कर 15.9 मिलियन वर्ग फीट हुई
ऑफिस लीजिंग 2025 की पहली तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़कर 15.9 मिलियन वर्ग फीट हुई

भारत के टॉप सात बाजारों में 2025 की पहली तिमाही में ऑफिस लीजिंग 15.9 मिलियन वर्ग फीट रिकॉर्ड की गई है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि है। गुरुवार को आई एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। 

 

2025 की पहली तिमाही के दौरान कुल नई सप्लाई 9.9 मिलियन वर्ग फीट तक पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि के बराबर है।

बेंगलुरु और दिल्ली-एनसीआर ने मिलकर पहली तिमाही के दौरान कुल लीजिंग का लगभग आधा और नई सप्लाई का दो-तिहाई हिस्सा हासिल किया।

कोलियर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जहां दिल्ली एनसीआर में पिछली 10 तिमाहियों में सबसे अधिक तिमाही लीजिंग देखी गई, वहीं चेन्नई में भी 2.9 मिलियन वर्ग फीट पर 93 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो कि टेक्नोलॉजी फर्मों द्वारा स्पेस टेक-अप की वजह से संभव हो पाई।

कोलियर्स के प्रबंध निदेशक, ऑफिस सर्विस भारत के अर्पित मेहरोत्रा ने कहा, "मुख्य बाजारों में ग्रेड ए स्पेस की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो कॉर्पोरेट विस्तार, कमर्शियल रियल एस्टेट में बढ़ते निवेश और आशाजनक घरेलू विकास संभावनाओं के कारण है।"

उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि 2025 में मांग में तेजी आएगी, क्योंकि टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और बीएफएसआई सेक्टर से जुड़ी फर्म विस्तार योजनाएं बना रही हैं।"

इसके अलावा, प्रमुख राज्यों में नीतिगत स्तर पर किए गए प्रयासों से देश के अधिकांश टियर 1 और चुनिंदा टियर 2 शहरों में जीसीसी की दीर्घकालिक मांग मजबूत बनी रहेगी।

दिल्ली-एनसीआर और पुणे में 2024 की पहली तिमाही की तुलना में इस साल नए निर्माण कार्यों में कई गुना वृद्धि देखी गई।

2025 की पहली तिमाही के दौरान नई सप्लाई का लगभग 90 प्रतिशत तीन शहरों - बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर और पुणे में केंद्रित था।

अधिकांश शहरों में नई सप्लाई की तुलना में मांग में तेजी के साथ, पहली तिमाही के दौरान औसत ऑफिस रेंटल में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

वर्ष 2025 की पहली तिमाही में ग्रेड ए ऑफिस स्पेस की 15.9 मिलियन वर्ग फीट की मांग में से 86 प्रतिशत पारंपरिक कार्यस्थलों से आई।

इस बीच, 2.2 मिलियन वर्ग फीट पर फ्लेक्स स्पेस लीजिंग में सालाना आधार पर 22 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

टेक्नोलॉजी सेक्टर ने ऑफिस स्पेस की मांग को आगे बढ़ाना जारी रखा, पहली तिमाही के दौरान 4.4 मिलियन वर्ग फीट पारंपरिक ऑफिस स्पेस को लीज पर दिया गया - जो तिमाही के दौरान कुल मांग का 28 प्रतिशत है।

कोलियर्स इंडिया के वरिष्ठ निदेशक और शोध प्रमुख विमल नादर ने कहा, "फ्लेक्स स्पेस को और अधिक प्रमुखता मिलने की संभावना है और आने वाले वर्षों में व्यवसायियों के पोर्टफोलियो में उनकी हिस्सेदारी संभावित रूप से 12-15 प्रतिशत तक पहुंच सकती है।"
 

Disclaimer: The content of this article is for informational purposes only and should not be considered financial or investment advice. Investments in financial markets are subject to market risks, and past performance is not indicative of future results. Readers are strongly advised to consult a licensed financial expert or advisor for tailored advice before making any investment decisions. The data and information presented in this article may not be accurate, comprehensive, or up-to-date. Readers should not rely solely on the content of this article for any current or future financial references. To Read Complete Disclaimer Click Here

Top News

News Not Found

Tag News

News Not Found

More News

News Not Found