सितंबर में कुल एयूएम बढ़कर 75.6 लाख करोड़ रुपए हुआ, गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो करीब 3 गुना बढ़ा

भारत में शेयर बाजार की ओर निवेशकों का रुझान लगातार बना हुआ है और इस कारण सितंबर में कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 75.6 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो कि अगस्त में 75.2 लाख करोड़ रुपए था। यह जानकारी शुक्रवार को एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एएमएफआई) की ओर से दी गई।
एएमएफआई के डेटा के मुताबिक, सितंबर में इक्विटी इनफ्लो 30,422 करोड़ रुपए रहा है, जो कि अगस्त के 33,430 करोड़ रुपए के इनफ्लो के मुकाबले 9 प्रतिशत कम है।
बीते महीने लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और फ्लेक्सीकैप फंड के इनफ्लो में कमी देखने को मिली है।
सितंबर में लार्जकैप में 2,319 करोड़ रुपए का इनफ्लो आया है, जो कि अगस्त के 2,834 करोड़ रुपए के इनफ्लो के मुकाबले 18 प्रतिशत कम है।
मिडकैप में 5,085 करोड़ रुपए का इनफ्लो आया है, जो कि इससे पहले महीने में आए 5,330 करोड़ रुपए के इनफ्लो के मुकाबले 4.5 प्रतिशत कम है।
सितंबर में स्मॉलकैप में 4,362 करोड़ रुपए का इनफ्लो आया है, जो कि अगस्ते के 4,992 करोड़ रुपए के इनफ्लो के मुकाबले 12.6 प्रतिशत कम है। वहीं, फ्लेक्सी कैप में इनफ्लो अगस्त के 7,679 करोड़ रुपए से 8.4 प्रतिशत कम होकर 7,029 करोड़ रुपए हो गया है।
आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो 8,363 करोड़ रुपए रहा है, जो कि अगस्त में 2,859 करोड़ रुपए था। इसमें 2.82 गुना की बढ़त देखी गई है। इसकी वजह सोने की कीमतों में तेजी के माना जा रहा है।
सितंबर में नौ नए फंड लॉन्च हुए, जिन्होंने कुल मिलाकर 1,959 करोड़ रुपए जुटाए, जिसमें एक सेक्टोरल फंड, एक हाइब्रिड फंड और अन्य इंडेक्स फंड थे।
इसके अतिरिक्त, सितंबर महीने में डेट फंडों से 1.01 लाख करोड़ रुपए का आउटफ्लो दर्ज किया गया, जबकि अगस्त में यह 7,979.83 करोड़ रुपए था।
ओवरनाइट फंडों में पिछले महीने 4,279.00 करोड़ रुपए का इनफ्लो दर्ज किया गया। लिक्विड फंडों में अगस्त में 13,350.05 करोड़ रुपए के आउटफ्लो की तुलना में 66,042.32 करोड़ रुपए का आउटफ्लो दर्ज किया गया था।









