कमजोर वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला
कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ खुला। सुबह 9:20 बजे सेंसेक्स 309 अंक या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,182 और निफ्टी 91 अंक या 0.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,787 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में मजबूती देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 147 अंक या 0.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,839 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 28 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,212 पर था।
सेक्टोरल आधार पर पीएसयू बैंक, फार्मा, मीडिया, एनर्जी, पीएसई और हेल्थकेयर हरे निशान में थे, जबकि ऑटो, आईटी, मेटल, एफएमसीजी, रियल्टी और इन्फ्रा लाल निशान में थे।
सेंसेक्स पैक में बीईएल, इटरनल (जोमैटो), बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, ट्रेंट, एसबीआई, अदाणी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स और एनटीपीसी टॉप गेनर्स थे। इन्फोसिस, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी बैंक और एलएंडटी टॉप लूजर्स थे।
बाजार के जानकारों ने कहा कि मार्केट का फोकस आज बिहार के चुनावों के नतीजों पर रहेगा। हालांकि, इसका प्रभाव सीमित होगा। मध्यम से लंबी अवधि में बाजार की चाल जीडीपी की स्थिति और कंपनियों की आय पर निर्भर करेगी।
ज्यादातर एशियाई बाजारों में लाल निशान में कारोबार हो रहा है। टोक्यो, शंघाई, बैंकॉक, हांगकांग और सोल लाल निशान में थे, जबकि जकार्ता हरे निशान में थे। अमेरिकी बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुए थे।
संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 13 नवंबर को 383 करोड़ रुपए मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने अपनी मजबूत खरीदारी का ट्रेंड जारी रखा और 3,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की इक्विटी खरीदी, जिससे व्यापक बाजार की कमजोरी को कम करने में मदद मिली।
इसके अतिरिक्त, कच्चे तेल में तेजी देखी जा रही है। खबर लिखे जाने तक, ब्रेंट क्रूड 1.48 प्रतिशत की तेजी के साथ 63.94 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड 1.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59.63 डॉलर प्रति बैरल पर था।
